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धूप कितनी भी तेज हो समुन्दर सूखा नही पड़ सकता। उसी तरह उमीदों का सागर किसी एक हार से खाली नही हो सकता।

धूप कितनी भी तेज हो समुन्दर सूखा नही पड़ सकता। उसी तरह उमीदों का सागर किसी एक हार से खाली नही हो सकता।