दूसरों पर विश्वास करोगे तो बिखर जाओगे, खुद पर विश्वास करोगे तो संभल जाओगे ।
Author: HindaunVlog
कोविड अवेयरनेस पर विचार : श्री विष्णु दयाल शर्मा जी (संस्थापक ICBM कम्प्यूटर्स करौली )
ICBM कंप्यूटर, करौली के संस्थापक विष्णु दयाल शर्मा से खास मुलाकात में जानिए Covid Awareness के बारे में उसके विचार
कोरोना बीमारी ने पिछले साल 2020 में काफी कुछ नुकसान हमें पहुँचाया है और इस साल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर ने अपना जबरदस्त प्रकोप दिखाया है । इसका असर हम पुरे देश में ही नहीं बल्कि विश्व भर में देख सकते है। चूँकि सरकार कोरोना के प्रसार की रोकने के लिए अपने भरकस प्रयास कर रही है, फिर भी आमजन की भी यह जिम्मेवारी है की कोरोना की इस दूसरी लहर को रोकने में पूरी तरह सहायता करे, क्यूंकि कोरोना से लड़ाई केवल एक परिवार या एक समुदाय विशेष की नहीं है अपितु सम्पूर्ण मानवता की लड़ाई है जिसमें हर इंसान को अपना वजूद बनाए रखने के लिए इसे हराना होगा । लोगो को सरकार द्वारा दी जा रही गाइड लाइन को अपनाना चहिये, सोशल डिस्टेंस बनाए रखनी चाहिए।
मेरी सभी क्षेत्र वासियों से अपील है की कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सभी लोग एक जुट होकर सरकार का साथ दे और दिए हुए निर्देशों का पालन करे। संक्रमित व्यक्ति को स्वयं को औरों से दूर रखना चाहिए, मास्क और सेनिटाइज़र का उपयोग करना चाहिए, कोशिश रहे की भीड़ वाले इलाकों में न जाये, समय पर टीकाकरण कर अपने अन्दर कोरोना से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करे, नियमित व्यायाम करें स्वास्थ्यवर्धक Food अपनी Daily Routine में शामिल करें ।
वर्तमान में राजस्थान सरकार ने 18 वर्ष से ऊपर सभी के Covid की Vaccine को फ्री लगाने की घोषणा की है तोह सभी को इस घोषणा का सम्मान करते हुए समय से ही अपने को वैक्सीन लगवाकर सुरक्षित बनाना चाहिए ।
COVID Vaccination के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें ?
साथियों, 18-44 वर्ष की आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन 28 अप्रैल से शुरू हो जाएगा. हम घर बैठे टीकाकरण के लिए ऑनलाइन Registration और Appointment बुक कर सकते हैं। देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा फेज सोमवार यानी 1 मार्च से शुरू हो गया है. इसमें 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग, जिन्हें कोई दूसरी बीमारी (comorbidities) हैं, उन्हें कोरोना का टीका लगेगा. उन्हें टीका लगवाने के लिए रजिस्टर करना होगा. इसके लिए व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं. लोग कोविन (CoWIN) की वेबसाइट या आरोग्य सेतु ऐप के जरिए कर सकते हैं. यह ध्यान दें कि रजिस्ट्रेशन के लिए कोई CoWIN ऐप नहीं है. प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप एडमिनिस्ट्रेटर के लिए है. रजिस्ट्रेशन रोजाना सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया जा सकेगा. टीकाकरण स्लॉट की उपलब्धता पर भी निर्भर करेगा. आइए जानते हैं कि हम घर बैठे टीकाकरण के लिए कैसे ऑनलाइन रजिस्टर और अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं.
**** जब वैक्सीन लगवाने जाएं तब अपॉइनमेंट स्लिप और फोटो आईडी साथ लेकर जाएं
· 01 सबसे पहले www.cowin.gov.in पर लॉगइन करना है.
02 Register / Sign in Yourself पर क्लिक करना है
03 अपने फोन नंबर को डालें. फिर “Get OTP” पर क्लिक करना होगा.
04 SMS के जरिए फोन नंबर पर OTP भेजा जाएगा
05 OTP डालें और Verify बटन पर क्लिक करें।
06 OTP Verify होने के बाद “Registration for Vaccination” पेज दिखेगा।
07 इस Page में जरूरी details डालें. इनमें फोटो आईडी प्रूफ, फोटो आईडी नंबर, नाम, जन्म का साल, Sexऔर 45 साल से ज्यादा वाले लोगों को दूसरी बीमारी बतानी होगी।
08 इन डिटेल्स को भरने के बाद सबसे नीचे दायीं तरफ दिए Register पर क्लिक करें।
09 रजिस्ट्रेशन पूरा होने पर मैसेज प्राप्त हो जायेगा ।
10 एक बार रजिस्ट्रेशन पूरा होने पर, सिस्टम अकाउंट डिटेल्स को दिखाएगा. पेज में नीचे दायीं ओर दिए “Add More” ऑप्शन पर क्लिक करके इस मोबाइल नंबर से लिंक तीन और लोगों को ऐड कर सकता है. व्यक्ति की डिटेल्स को डालकर Add बटन को क्लिक करना होगा।
11 मोबाइल नंबर से लिंक Individuals को Delete भी कर सकता है। इसके लिए Username और Password के साथ Login करके Dashboard में जाना होगा. वहां Delete किया जा सकता है।
अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने के स्टेप्स
- अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने के लिए व्यक्ति अकाउंट डिटेल्स पेज से कर सकता है. इसके लिए “SCHEDULE APPOINTMENT” पर क्लिक किया जा सकता है.
- इससे आप “ Book Appointment for Vaccination” पेज पर पहुंच जाएंगे.
- फिर ड्रॉपडाउन करने पर राज्य, जिला, ब्लॉक और पिन कोड को डालना होगा. सर्च बटन को क्लिक करने पर वैक्सीनेशन सेंटर की सूची दिखेगी.
- सेंटर का नाम पेज के दायीं तरफ दिखेगा.
- फिर उपलब्ध स्लॉट (तारीख और कैपेसिटी) नजर आएगी.
- बुक पर क्लिक करने पर “Appointment Confirmation” पेज आएगा.
- डिटेल्स को वेरिफाई करके कन्फर्म बटन पर क्लिक करें.
- जैसे ही एक बार एप्वाइंटेंट तय हो जाता है तो उसे वैक्सीनेशन एप्वाइंटमेंट दिन से पहले रि-शेड्यूल किया जा सकता है.
मंजिल के लिए आधे रास्ते जा कर, कभी वापस मत लौटना, क्योंकि वापस उतना ही लौटना पड़ेगा, जितनी दूर आगे चल कर मंजिल मिलेगी ।
मंजिल के लिए आधे रास्ते जा कर, कभी वापस मत लौटना, क्योंकि वापस उतना ही लौटना पड़ेगा, जितनी दूर आगे चल कर मंजिल मिलेगी ।
लक्ष्य एक होता है, और रस्ते अनेक, कभी रास्ता बंद हो जाए, तो रास्ता बदलो, लक्ष्य नहीं ।
लक्ष्य एक होता है, और रस्ते अनेक, कभी रास्ता बंद हो जाए, तो रास्ता बदलो, लक्ष्य नहीं ।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में राज्य के प्रत्येक परिवार को पाँच लाख रुपये का कैशलेस बीमा दिया जाएगा. इसमें आर्थिक रूप से ग़रीबों को बिना किसी प्रीमियम के यह बीमा मिलेगा. जबकि अन्य सभी परिवारों योजना का लाभ लेने के लिए 850 रुपये का वार्षिक प्रीमियम देना होगा. योजना से जुड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा. योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के सभी परिवार योग्य होंगे.
कहाँ और कब तक करें रजिस्ट्रेशन?
योजना से जुड़ने के लिए एक अप्रैल से तीस अप्रैल तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किए जा सकते हैं. पंजीकरण के लिए चिकित्सा विभाग की वेबसाइट www.health.rajasthan.gov.in और SSO ID से Online Registration किया जा सकता है सरकार की ओर से रजिस्ट्रेशन के लिए विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं, ग्राम पंचायत और नगर परिषद क्षेत्र में एक से दस अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन कराए जा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन के लिए ई-मित्र पर निर्धारित शुल्क देकर भी रजिस्ट्रेशन किए जा सकते हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक होंगे.
रजिस्ट्रेशन के लिए क्या चाहिए?
योजना का लाभ लेने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके लिए परिवार का जन आधार कार्ड, जन आधार कार्ड रजिस्ट्रेशन रसीद एवं आधार कार्ड जरूरी होगा. यह डॉक्यूमेंट होने पर ही योजना से जुड़ा जा सकता है.
किसे रजिस्ट्रेशन की ज़रूरत नहीं?
आयुष्मान भारत महात्मा गाँधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना में लाभान्वित, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के पात्र परिवारों को रजिस्ट्रेशन करवाने की आवश्यकता नहीं है. अन्य सभी को इस योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा.
कौन ले सकते हैं योजना का लाभ?
योजना में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत योग्य परिवार, सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के योग्य परिवार, राज्य के समस्त विभागों में कार्यरत संविदा कार्मिक, लघु एवं सीमान्त कृषक बिना फीस दिए इस बीमा योजना का लाभार्थी बन सकते हैं. ऐसे परिवार जो इन चार श्रेणियों में शामिल नहीं हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार की मेडिक्लेम/ मेडिकल अटेंडेंस नियमों के अंतर्गत पात्र नहीं हैं, वह प्रीमियम का पचास प्रतिशत यानी 850 रुपये भुगतान कर योजना से जुड़ सकते हैं
परिवार की संख्या और उम्र सीमा?
किसी भी बीमा योजना से जुड़ने के लिए अमूमन उम्र सीमा भी कहीं न कहीं मायने रखती है. लेकिन चिरंजीवी योजना पूरे परिवार के लिए बीमा योजना है, ऐसे में बड़े परिवार भी इसमें आसानी से जुड़ सकते हैं. इस योजना में परिवार के सदस्यों की संख्या की पाबंदी नहीं है. परिवार के सदस्यों की उम्र की भी सीमा नहीं होगी. जन्में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी योजना के लाभार्थी होंगे.
कितने का है बीमा और क्या कैशलेस ट्रीटमेंट होगी?
एक मई से मिलने वाले बीमा लाभ में जुड़ने से पहले की यदि कोई किसी बीमारी से ग्रसित है, तो भी वह इस योजना में लाभ ले सकेगा. योजना के तहत चिन्हित बीमारियों के लिए 50 हज़ार रुपये एवं गंभीर बीमारियों के लिए 4 लाख 50 हज़ार का बीमा कवर मिलेगा. इसके अलावा विभिन्न बीमारियों के 1,576 पैकेज शामिल किए गए हैं. बीमा कवरेज कौन-कौन सी बीमारियों के लिए मिलेगा इसकी सूची फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है.
कौन से अस्पतालों में मिलेगा लाभ?
योजना से जुड़ने के बाद राज्य के सभी सरकारी अस्पताल और सम्बद्ध निजी अस्पतालों में कैशलेस बीमा का लाभ मिलेगा. योजना के तहत मरीज के अस्पताल में भर्ती होने के पाँच दिन पहले तक के चिकित्सकीय परामर्श, जांच, दवाइयां और मरीज के डिस्चार्ज के बाद के पन्द्रह दिन तक का खर्चा भी कवर है.
किन परिवारों को देना होगा प्रीमियम?
चिरंजीवी योजना का लाभ राज्य के संविदा कर्मियों, लघु और सीमांत कृषकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल पाएगा साथ ही प्रदेश के सभी अन्य परिवारों को बीमा प्रीमियम की 50 प्रतिशत राशि यानी 850 रुपये पर वार्षिक 5 लाख रुपये तक की मुफ़्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.”
योजना की अधिक जानकारी और रजिस्ट्रेशन से संबंधित पूछताछ के लिए इस हेल्पलाइन नंबर संपर्क किया जा सकता है- 18001806127
कोरोना से बचाव के उपाय
कोविड-19 की दवा बनाने के लिए वैज्ञानिक व शोधकर्ता लगातार अपने प्रयास कर रहे हैं । स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इसके अनुसार हाथों को साबुन से धोना चाहिए।
अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढंककर रखें।
जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों, उनसे दूरी बनाकर रखें।
अंडे और मांस के सेवन से बचें।
जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं जिसके लिए पौष्टिक आहार व योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
राजस्थान सरकार का ऐतिहासिक फैंसला : ऑक्सीजन संयंत्र निर्माण नीति तैयार करने के आदेश
ऑक्सीजन की बढ़ती किल्लत को ध्यान रखते हुए राजस्थान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने ऑक्सीजन निर्माण संयंत्र स्थापित करने की नीति बनाने के आदेश जारी किए हैं। यह कार्य उद्योग विभाग को सौंपा गया है। इस प्रकार की पहल करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा।
भारत में कोरोना की शुरुआत :-
भारत में सबसे पहले कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला 30 जनवरी 2020 को दक्षिण भारत के केरल में सामने आया था । वायरस से संक्रमण का पहला शिकार 20 साल की युवती थी । दरअसल, वह युवती 25 जनवरी 2020 को चीन के वुहान शहर से लौटी थी । वुहान ही वह शहर है जहां से इस खतरनाक वायरस की शुरूआत मानी जाती है. भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से पहली मौत 12 मार्च, 2020 को हुई थी । कोविड 19 के कारण भारत में पहली मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में हुई थी । 76 साल के ये व्यक्ति सऊदी अरब से भारत वापिस लौटे थे । सऊदी अरब से लौटने के बाद उन्हें सांस लेने में परेशानी, खांसी और निमोनिया की शिकायत हुई थी।
भारत में कोरोना की वैक्सीन : कब आयी
वैक्सीन का ट्रायल बहुत समय से चल रहा था । यह कहा जा रहा था की 15 अगस्त 2020 तक वैक्सीन आ जाएगी । कभी बताया गया की नवंबर 2020 में वैक्सीन आ जाएगी । स्वास्थ्य मंत्री ने भी कहा था की संभावना जताई थी की 2021 तक वैक्सीन आ जाएगी । जो की सच हुआ, सभी 3 फेज ट्रायल खत्म होने के बाद जनवरी में वैक्सीन की घोषणा कर दी गई । 8 जनवरी 2021 को ड्राय रन भी किया गया । और Z + सिक्योरिटी के साथ देश के महानगरों में पहुंचाई गई । अब 16 जनवरी 2021 को टीकाकारण का काम शुरू हो गया । भारत में दो प्रकार की वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविड शील्ड है ।
कोरोना : एक परिचय
कोरोना : यह एक वायरस के द्वारा होने वाली बीमारी हैं । इनके संक्रमण से फ्लू जैसा लक्षण देखने को मिलता है जैसे नाक का बहना, खांसी, गले में दर्द और बुखार। संक्रमण में स्थिति और खराब हो सकती है और संक्रमित व्यक्ति न्यूमोनिया जैसी स्थिति में भी पहुंच सकता है। कोरोनावायरस का नाम ‘कोरोना’ से लिया गया है। कोरोना का लैटिन में मतलब क्राउन या ताज होता है। कोरोनावायरस की सतह पर कांटे जैसी आकृति होती है जो देखने में ताज जैसी लगती है। इसी वजह से इसे कोरोना नाम दिया गया। कोरोना वायरस से संक्रमित बीमारी का नाम COVID-19 है। इसका पूरा नाम है CoronaVirus Diseases। चूंकि यह बीमारी 2019 में फैली, इसलिए पूरा नाम Coronavirus diseases 2019 हुआ। Corona का CO, virus का VI और diseases का D मिलाकर COVID-19 नाम कर दिया गया। COVID-19 उस महामारी का नाम है जो SARS-CoV2 वायरस से होती है। कोरोना वायरस के लक्षण एक मामूली ज़ुखाम से लेकर ज़्यादा गंभीर रोगों कि वजह हो सकती है जैसे कि मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Middle East Respiratory Syndrome: MERS-CoV) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome: SARS-CoV) | कोरोना वायरस ज़ूनोटिक (zoonotic) है जिसका अर्थ है पशुजन्य रोग | यह वायरस से इंसान और जानवर दोनों भुगत सकते है | यह वायरस को अभी “SARS-CoV-2” का नाम रखा गया है और इसकि वजह से आने वाली बीमारी को “Corona Disease 2019” जिसका सक्षिप्त नाम “COVID-19” है | WHO के मुताबिक, CO का मतलब (Corona) कोरोना, VI का मतलब (Virus) वाइरस, D का मतलब (Disease) बीमारी और 19 का मतलब (2019) वर्ष से है, जिस साल में इस बीमारी की खोज हुई। सबसे पहले दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस के संक्रमण से लोग के बीमार होने की रिपोर्टें आनी शुरू हुईं थी। इसलिए वर्ष 2019 में खोजे गए कोरोना वायरस डिसीज को संक्षेप में कोविड-19 (COVID-19) नाम दिया गया है। इस वायरस के बारे में सबसे पहले चीन के वुहान प्रांत में पता चला था । 23 जनवरी को, चीन कि गवर्नमेंट अधिकारियो ने बाकी देश और दुनिया से वुहान का संपर्क ख़तम कर दिया और वहा से आने जाने वाले सभी ट्रांसपोर्ट को बंद करवा दिया गया | जापान, साउथ कोरिया, थाईलैंड, ताइवान, यूनाइटेड स्टेट्स कि देशों में यह वायरस का प्रवेश और संक्रमण जनवरी 2020 की 20 तारीख के बाद हो गया था |
कोरोना के लक्षण
तेज बुखार आनाः अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
सांस लेने में समस्याः कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है |
कफ और सूखी खांसीः कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है
सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.
गले में खराश : कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों में गले में खराश होना एक महत्पूर्ण लक्षण हैं
तेज़ सर दर्द : कोरोना से पीड़ित व्यक्ति तेज सर दर्द की शिकायत करता है ।