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स्वास्थ्य पर विचार : श्री मनीष कुमार शर्मा (ARM- Ujala Credit)

उजाला क्रेडिट को-आपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक श्री मनीष कुमार शर्मा शर्मा से खास मुलाकात में जानिए स्वास्थ्य (Health) के बारे में उनके विचार

एक स्वस्थ व्यक्ति ही जीवन में, अपनी एक अच्छी पहचान बना सकता हैं। स्वास्थ्य और तंदरुस्ती, स्वस्थ रहन-सहन और स्वस्थ जीवन-शैली का मिश्रण है। स्वस्थ और तंदरुस्त रहने के लिए व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य का भी स्वस्थ रहना आवश्यक है। हमें शारीरिक रुप से स्वस्थ रहने के लिए नियमित स्वास्थ्यवर्धक भोजन करना चाहिए और शारीरिक व्यायाम करना चाहिए हालांकि, हमें मानसिक रुप से स्वस्थ रहने के लिए सकारात्मक सोचने की आवश्यकता होती है। स्वस्थ और तंदरुस्त रहना, हमारे दैनिक कार्यों को पूरा करने में मदद करता है। स्वस्थ्य रहने का अर्थ बीमारी रहित शरीर का ही होना नहीं है, बल्कि तनावमुक्त मन का होना भी है। यदि एक व्यक्ति अस्वस्थ मन रखता है, तो वह अपने शरीर को स्वस्थ नहीं रख सकता है। शरीर और मन दोनों का अच्छा स्वास्थ्य जीवन में सफलता प्राप्त करने और पूरे उत्साह के साथ आनंद करने में मदद करता है। वर्तमान में चल रही बीमारियों से बचने के लिए हमे अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखने की बहुत आवश्यकता है।

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को बनाए रखने के लिए हमें सुबह के घूमने, दौड़ने, जिम (व्यायामशाला) में व्यायाम करने, या अन्य शारीरिक गतिविधियों का शरीर के कार्यकरण को ठीक से कार्य कराने के साथ ही मांसपेशियों में सुधार करने के समय का आनंद लेना चाहिए। हमें पाचन संबंधी विकारों से दूर रहने के लिए, रखे हुए या पैक भोजन के स्थान पर ताजी पके हुए भोजन को करना चाहिए।

हमें अपनी व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय निकालकर नियमित रुप से दैनिक शरीरिक व्यायाम में शामिल होना चाहिए। दैनिक आधार पर 30-60 मिनट का व्यायाम या सप्ताह में 5 से 6 बार व्यायाम, किसी भी व्यक्ति के तंदरुस्त रहने के लिए पर्याप्त है। एक व्यक्ति के लिए सही समय पर सही मात्रा में स्वस्थ और स्वच्छ आहार स्वस्थ और तंदरुस्त रहने के लिए बहुत आवश्यक है। स्वस्थ पोषण के साथ उच्च फाइबर, कम वसा, अधिक प्रोटीन और विटामिन व मिनरल (खनिज) के स्रोत अच्छे स्वास्थ्य के नींव है। तंदरुस्त और स्वस्थ रहने के लिए, सोने की अच्छी व्यवस्था किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत आवश्यक है। हमें अपनी दैनिक दिनचर्या में अनुशासन बनाए रखने और सोने की सही प्रक्रिया को अपनाने की आवश्यकता है, जो सही समय पर शुरु और खत्म होना चाहिए। हर रात आठ घंटे क नींद लेना हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारता है और हृदय संबंधी रोगों से बचाव करने के साथ ही मानसिक स्थिति को सुधारता है। अपर्याप्त नींद की व्यवस्था नींद से जुड़ी परेशानियों और विभिन्न मानसिक विकारों का नेतृत्व करती है।

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